Tera Zikr
Ashu Shukla
4:08ये जो रात है, है जो ये लम्हा रहना नही अब मुझे एक पल भी तन्हा ये जो रात है, है जो ये लम्हा रहना नही अब मुझे एक पल भी तन्हा गुमशुदा दिल मेरा है जी रा क्या टा, तेरे पास हो उसका टा मैं जो डूब जाऊं अभी तेरी इन आँखों में मुझे थाम लोगे ज़रा? इतना बता दो मुझे मैं जो डूब जाऊं अभी तेरी इन बातों में मुझे थाम लोगे ज़रा? इतना बता दो मुझे साथ हो मेरे फिर भी ना संग हो क्या है रोके तुझे? मुझसे भी कह दो साथ हो मेरे फिर भी ना संग हो क्या है रोके तुझे? मुझसे भी कह दो तोड़ा सा मुझको अभी सुकून चाहिए अब से हर पहर, हर घड़ी तू चाहिए मैं जो डूब जाऊं अभी तेरी इन आँखों में मुझे थाम लोगे ज़रा? इतना बता दो मुझे मैं जो डूब जाऊं अभी तेरी इन बातों में मुझे थाम लोगे ज़रा? इतना बता दो मुझे दिल मेरा टूटा कई बार है, क़िस्से हमारे भी दो-चार हैं बैतोगे जो फ़ुर्सत से तो तुमको सुनाएँगे हम खामोशियों में भी आवाज़ है, जाने छिपाए ये क्या राज़ है पूछा बोहोट तो दिल ने कहा, "यूँ ना बताएँगे हम"