Sooraj Dooba Hain
Aditi Singh Sharma
4:25आ रात भर आ रात भर जायें ना घर जायें ना घर आ रात भर आ रात भर जायें ना घर जायें ना घर है साथ तू क्या है फिकर जायें ना घर आ रात भर जायें जहाँ जहाँ जहाँ दिल करे जाने कहाँ कहाँ कहाँ फिर मिले इस रात में बीते उमर सारी उमर आ रात भर आ रात भर जायें ना घर जायें ना घर रात मुझे क्यों जाने लगे यूँ कहती है खुद को बदल दे तू ओ रात मुझे क्यों जाने लगे यूँ कहती है खुद को बदल दे तू चाँद को चख ले तारों को पी ले आजा ना थोडा सा जी ले तू तू चल चले गिरे पड़े उठे उड़े आ तुझ को लगा दो मेरे पर इस रात में बीते उम्र सारी उम्र आ रात भर (आ रात भर) आ रात भर (आ रात भर) जाये ना घर (जाये ना घर) आ रात भर नमकीनियँ हैं नज़दीकियाँ हैं रंग ही रंग है नज़ारों में हा नमकीनियँ हैं नज़दीकियाँ हैं रंग ही रंग है नज़ारों में हँसने लगी हूँ फँसने लगी हूँ अरमान दिल में हज़ारों हैं तो पार दे सभी हदें गले लगे कभी नही होने दे सहर इश्स रात में बीते उमर सारी उमर आ रात भर आ रात भर जायें ना घर आ रात भर आ रात भर आ रात भर जायें ना घर जायें ना घर