Aadat (From "Kalyug")
Atif Aslam
5:34आ आ आ आ जुदा होके भी तू मुझमें कहीं बाकी है(है) पलकों में बनके आंसू तू चली आती है(है) जुदा होके भी तू मुझमें कहीं बाकी है(है) पलकों में बनके आंसू तू चली आती है(है) जुदा होके भी आ आ आ आ वैसे जिंदा हूँ मैं ज़िन्दगी बिन तेरे मैं दर्द ही दर्द बाकी रहा है सीने में सांस लेना भर ही यहाँ जीना नहीं है अब तो आदत सी है मुझको ऐसे जीने में जुदा होके भी(होके भी) तू मुझमें कहीं बाकी है(है) पलकों में बनके आंसू तू चली आती है(है) जुदा होके भी(होके भी) साथ मेरे है तू हर पल शब के अंधेरे में पास मेरे है तू हरदम उजले सवेरे में दिल से धड़कन भुला देना आसां नहीं है अब तो आदत सी है मुझको ऐसे जीने में ये जो यादें हैं(ये जो यादें हैं) सभी काटे हैं हटा दो इन्हें(हटा दो इन्हें) मिटा दो इन्हें ता धी ना न था ता न न ती धूम ती धूम ती धूम ती धूम ती धूम ती धूम आ आ आ आ ओ ओओ ओ जुदा होके भी(जुदा होके भी) (ओ) तू मुझमें कहीं(कहीं) पलकों में बनके आंसू तू चली आती है(है) जुदा होके भी