Kiya Hai Pyar Jise Humne Zindagi
Jagjit Singh
5:29चले भी आओ वो है कब्र-ए-'फ़ानी' देखते जाओ चले भी आओ वो है कब्र-ए-'फ़ानी' देखते जाओ तुम अपने मरने वाले की निशानी देखते जाओ अभी क्या है किसी दिन ख़ूँ रुलायेगी ये ख़ामोशी अभी क्या है किसी दिन ख़ूँ रुलायेगी ये ख़ामोशी ज़ुबान-ए-हाल की जादू बयानी देखते जाओ तुम अपने मरने वाले की निशानी देखते जाओ ग़रूर-ए-हुस्न का सदक़ा कोई जाता है दुनिया से ग़रूर-ए-हुस्न का सदक़ा कोई जाता है दुनिया से किसी की ख़ाक में मिलती जवानी देखते जाओ तुम अपने मरने वाले की निशानी देखते जाओ सुने जाते न थे तुम से मेरे दिन रात के शिकवे सुने जाते न थे तुम से मेरे दिन रात के शिकवे कफ़न सरकाओ मेरी बे-ज़ुबानी देखते जाओ तुम अपने मरने वाले की निशानी देखते जाओ