Jaat Roya Sari Raat
Gulshan Baba
4:07हे रै रै रै रै साचम साच बता दे रै लिलो के ख़ुशी मनारी सै साचम साच बता लिलो के ख़ुशी मनारी सै के भुझैगा चमन आज मेरे ब्याह की त्यारी सै हे रै रै रै रै साचम साच बता दे रै लिलो ब्याह आले दिन की तारीख के लिखाई सै तिथि तारीख तो लिखी नहीं बस सलाह मिलाई सै के छोरा देखण खातर जा लिए बाहमण नाई सै छोरा तो टोह राख्या सै तकरार चलाई सै कोण से शहेर नगर में लिलो पति बणारी सै एक चमन नाम का छोरा जिसकी गैल्या यारी सै हे रै रै रै रै साचम साच बता दे रै लिलो इतणी सेवा करी मन्नै ला छाती के गैर ले तेरे मेरे होंगे फेरे रोक शहर ले के फेरया में लेणा मन में पक्की ठहर ले ल्या मैं पैहरु तेरी अंगूठी तू मेरी पैहर ले या तो मैं भी जाण गया या बात भारी सै तन्नै लागती बात या भारी होवण आरी सै हे रै रै रै रै साचम साच बता दे रै लिलो किरणा सूरज सिर के ऊपर सेहरे हो लिये कमल चौधरी और जोहरी माहरे डेरे हो लिये ज़िन्दगी भर के सेवक लिलो तेरे हो लिए पीपल जामण रहे गवाह म्हारे फेरे हो लिये पाणी ने पंडत समझ रै इश्क़ लोक जारी सै कह धनपत सिंह हो लिए फेरे ना लिलो कवांरी सै हे रै रै रै रै साचम साच बता दे रै लिलो