Tum Ho Toh
Farhan Akhtar
4:12यह तुम्हारी मेरी बातें हमेशा यूँही चलती रहें यह हमारी मुलाक़ातें हमेश यूँही चलती रहें बीएटें यूँही अपने सारे दिन रात बातों से निकलती रहे नई बात फिर वोही बातें लेके गीत कोई हम लिखे जो दिल को हन सब की दिल को छू ले बातें सुरों में यूँही पीघलती रहे बातें गीतों में यूँही ढलती रहे उम्म उम्म्म्म उम्म उम्म ना ना नाना हू हुउऊ गीतों में ही हर गुम को खुशियों से हम सज़ा दे जो सुने हुंसे वो कहो ना यह तुम्हारी मेरी बातें हमेशा यूँही चलती रहें यह हमारी मुलाक़ातें हमेश यूँही चलती रहें बीएटें यूँही अपने सारे दिन रात बातों से निकलती रहे नई बात फिर वोही बातें लेके गीत कोई हम लिखे जो दिल को हन सब की दिल को छू ले बातें सुरों में यूँही पीघलती रहे बातें गीतों में यूँही ढलती रहे