Sahara Bhole
Gajendra Pratap Singh
हमारे साथ भोलेनाथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ भोलेनाथ तो किस बात की चिंता शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता किया करते हो तुम दिन रात क्यू बिन बात की चिंता किया करते हो तुम दिन रात क्यू बिन बात की चिंता किया करते हो तुम दिन रात क्यू बिन बात की चिंता किया करते हो तुम दिन रात क्यू बिन बात की चिंता तेरे शम्भू (तेरे शम्भू) तेरे शम्भू को रहती है तेरी हर बात की चिंता तेरे शम्भू को रहती है तेरी हर बात की चिंता हमारे साथ भोलेनाथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ भोलेनाथ तो किस बात की चिंता ना मरने की ना जीने की ना खाने की ना पीने की ना मरने की ना जीने की ना खाने की ना पीने की ना मरने की ना जीने की ना खाने की ना पीने की ना मरने की ना जीने की ना खाने की ना पीने की रहे हर सांस (रहे हर सांस ) रहे हर सांस में बाबा तेरे प्रिय नाम की चिंता रहे हर सांस में बाबा तेरे प्रिय नाम की चिंता हमारे साथ भोलेनाथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ भोलेनाथ तो किस बात की चिंता मेरे संग संग में रहती है मेरे महाकाल की छाया मेरे संग संग में रहती है मेरे महाकाल की छाया मेरे संग संग में रहती है मेरे महाकाल की छाया मेरे संग संग में रहती है मेरे महाकाल की छाया के बनती है (के बनती है ) के बनती है वहा हर बात तो किस बात की चिंता के बनती है वहा हर बात तो किस बात की चिंता हमारे साथ भोलेनाथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ भोलेनाथ तो किस बात की चिंता मेरे महाकाल के दर पे संवर जाती है तकदीरे मेरे महाकाल के दर पे संवर जाती है तकदीरे मेरे महाकाल के दर पे संवर जाती है तकदीरे मेरे महाकाल के दर पे संवर जाती है तकदीरे उन्ही के हाथ (उन्ही के हाथ ) उन्ही के हाथ में अब हाथ तो किस बात की चिंता उन्ही के हाथ में अब हाथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ भोलेनाथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ भोलेनाथ तो किस बात की चिंता हुई हर भक्त पर किरपा बनाया दास प्रभु अपना हुई हर भक्त पर किरपा बनाया दास प्रभु अपना हुई हर भक्त पर किरपा बनाया दास प्रभु अपना हुई हर भक्त पर किरपा बनाया दास प्रभु अपना उन्ही का हा (उन्ही का हा) उन्ही का कर रहे गुणगान तो किस बात की चिंता उन्ही का कर रहे गुणगान तो किस बात की चिंता हमारे साथ भोलेनाथ तो किस बात की चिंता हमारे साथ भोलेनाथ तो किस बात की चिंता