भावेवीण भक्ति भक्तिवीण मुक्ति । बळेंवीण शक्ति बोलूं नये (Acoustic Version) Gayatree Gaikwad-Gulhane 2:11
बा रे पांडुरंगा केव्हा भेट देशी । झालो मी परदेशी तुजविण ॥ (Extended Version) Gayatree Gaikwad-Gulhane 5:37