Hanuman Chalisa (From "Hanuman") [Telugu]
Gowrahari
4:09नजनाद्री गाथा ये पुरातन एक शिशु की इच्छा है पावन केसरी भार्या प्रार्थना विलीं दिवस रात्री ईश्वर मनोहर करे प्रदान अष्टसिद्धि बालक बलवान अंजन पुत्र पवन नंदन अरुण किरण प्रातःकाल मुख पर दिवाकर नहीं समझे फलहार उत्साही बालक खादिताम इच्छति नारंग सूर्यं सूर्य बालक के भीतर और जगत अंधकारम् इंद्र देव बालक को रोके ऐरावत पर चढ़कर टोकें अनजनेया के समीप जाकर वज्रापात करे देवा पवन नंदन के हनु को यूं वज्र वार से तोडा विद्युत वेग से धरनितल तक रक्त बिंदू का पतन गहन समुद्र के भीतर जाकर एक सीप में जा वो समाया काल-अन्तरे वह बूंद बनी मोती हनुमरुधिर मणि परिवर्तित प्रतीक्षा युगानी योग्य योद्धा की निरंतर निष्काल प्रतीक्षा में सहस्त्र वर्ष प्रतीक्षा में निरंतर निष्काल प्रतीक्षा में सहस्त्र वर्ष प्रतीक्षा में आ आ आ आ