Dheere Dheere Se Meri Zindagi Mein Aana (From "Aashiqui")
Kumar Sanu
4:50ओ यारों माफ़ करना कुछ केहने आया हूं कुछ अपने बारे में समझाने आया हूं ओ यारों माफ़ करना कुछ केहने आया हूं ओ यारों माफ़ करना कुछ केहने आया हूं कुछ अपने बारे में समझाने आया हूं में हू परदेसी नोजवां दिल मे रहने आया हूं दिल मे रहने आया हूं ओ यारों माफ़ करना कुछ केहने आया हूं कुछ अपने बारे में समझाने आया हूं मैं हू परदेसी नोजवां दिल मे रहने आया हूं दिल मे रहने आया हूं होये होये होये होये मेरे एहले वतन तेरा क्या कहना नसरीनो समन ओ तेरा क्या कहना खुशबू -ए-चमन तेरा क्या कहना मेरी गंगो जान तेरा क्या कहना ओय ओय ओय ऐ देश से आने वाले बता कैसा है मेरा मेहबूब वतन कैसा है मेरा मेहबूब वतन क्या अब भी वहां खलियानो में सब नीम के नीचे सोते है क्या अब भी वहां बचपन वाले वो खेल सुहाने होते है क्या अब भी वहां राजा रानी के किस्से दादी सुनाती है क्या अब भी वहां पर बच्चो को माँ लोरी गा के सुलाती है क्या अब भी वहां बैशाखी में सब झूम के भंगड़ा पांदे है ओय ओय ओय क्या अब भी वहां बारातों में सब ताशे ढोल बजादें है ओय ओय ओय क्या अब भी वहां के ढाबो में मिलती है मक्के दी रोटी ओय ओय ओय क्या अब भी वहां के मेलो में उड़ती है हसीनो की चोटी तेरे देश की मिट्टी की वो ही खुशबू लाया हूँ वो ही खुशबू लाया हूँ ओ यारो माफ करना कुछ कहने आया हूँ कुछ अपने बारे में समझाने आया हूँ तू मेरी जान वाई वाई तू मेरी शान वाई वाई तू मेरी जान वाई वाई तुझपे कुर्बान वाई वाई मेरा अरमान वाई वाई मेरी पेहचान वाई वाई मेरा इमान वाई वाई तुझपे कुर्बान वाई वाई क्या अब भी मोहब्बत की लहरें उठती हैं चेनाब के पानी से क्या अब भी सुरूर छलकता है मधमस्त हवा की रवानी से क्या अब भी वहा पे ग़ालिब मीर की गज़लें गाई जाती हैं क्या अब भी वहा मस्तानी मेहफिल सजाई जाती हैं क्या अब भी वहां की इदो में आती सेवईयो की खुशबु क्या अब भी वहां त्योहारों में लगते हैं वो मेले हरसू क्या अब भी वहां शादी में दूल्हे का सेहरा गाते हैं क्या अब भी वहा खुशाली में हर घर लड्डू भिजवाते हैं तू लगाले गले मुझको मै भी तेरा ही साया हूँ मै भी तेरा ही साया हूँ ओ यारों माफ करना कुछ केहने आया हूँ कुछ अपने बारे में समझाने आया हूँ मैं हू परदेसी नोजवां दिल मे रहने आया हूं दिल मे रहने आया हूं दिल मे रहने आया हूं दिल मे रहने आया हूं आ आ आ आ आ आ आ आ आ