Ankhiyon Ke Jharokhon Se Revival
Hemlata
4:35कई दिन से मुझे कोई सपनो में आवाज़ देता था हर पल बुलाता था अच्छा तोह वोह तुम हो तुम हो तुम हो अक्सर मेरा मन केहता था छुपकर कोई आता है हलचल मचाता है अच्छा तोह वोह तुम हो तुम हो तुम हो आती जाती लेहरों की तरह साहिल पे आके लौट ना तू जाना तूम भी कही गैरों की तरह जी देखो देखो ऑंखें ना चुराना इस पल से आखरी पल तक(इस पल से आखरी पल तक) संग संग अब रेहना है(संग संग अब रेहना है) कई दिन से मुझे कोई सपनो में आवाज़ देता था हर पल बुलाता था अच्छा तोह वोह तुम हो तुम हो तुम हो तुम हो तुम हो तुम हो तुम हो तुम हो तुम हो तुम हो तुम हो तुम हो(तुम हो तुम हो तुम हो)