Khoya Khoya Chand (Female)
Alka Yagnik
तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो क्या गम है जिसको छुपा रहे हो तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो आँखों में नमी, हँसी लबों पर आँखों में नमी, हँसी लबों पर क्या हाल है क्या दिखा रहे हो क्या गम है जिसको छुपा रहे हो तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो बन जायेंगे ज़हर पीते पीते बन जायेंगे ज़हर पीते पीते ये अश्क जो पिए जा रहे हो जिन ज़ख्मों को वक़्त भर चला है तुम क्यों उन्हें छेड़े जा रहे हो तुम क्यों उन्हें छेड़े जा रहे हो क्या गम है जिसको छुपा रहे हो तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो