Bhaye Pragat Kripala

Bhaye Pragat Kripala

Jagjit Singh

Альбом: Jai Siya Ram
Длительность: 5:40
Год: 2001
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Текст песни

जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
भए प्रगट कृपाला दीनदयाला
कौशल्या हितकारी
हरषित महतारी, मुनि मन हारी
अद्भुत रूप बिचारी
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
लोचन अभिरामा, तनु घनश्यामा
निज आयुध भुजचारी
भूषन बनमाला, नयन बिसाला
सोभासिंधु खरारी
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
कह दुइ कर जोरी, अस्तुति तोरी
केहि बिधि करूं अनंता
माया गुन ग्यानातीत अमाना
वेद पुरान भनंता
करुणा सुख सागर, सब गुन आगर
जेहि गावहिं श्रुति संता
सो मम हित लागी, जन अनुरागी
भयउ प्रगट श्रीकंता
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
ब्रह्मांड निकाया, निर्मित माया
रोम रोम प्रति बेद कहै
मम उर सो बासी, यह उपहासी
सुनत धीर मति थिर न रहै
उपजा जब ग्याना, प्रभु मुसुकाना
चरित बहुत बिधि कीन्ह चहै
कहि कथा सुहाई, मातु बुझाई
जेहि प्रकार सुत प्रेम लहै
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
माता पुनि बोली, सो मति डोली
तजहु तात यह रूपा
कीजै सिसुलीला, अति प्रियसीला
यह सुख परम अनूपा
सुनि बचन सुजाना, रोदन ठाना
होइ बालक सुरभूपा
यह चरित जे गावहिं, हरिपद पावहिं
ते न परहिं भवकूपा
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम
जय जय राम जय राम