Yeh Misaale Tasaffuff And Phir Kuchh Ek Dil Ko Beqarari Hai

Yeh Misaale Tasaffuff And Phir Kuchh Ek Dil Ko Beqarari Hai

Jagjit Singh

Длительность: 2:36
Год: 1989
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Текст песни

ये मसाइले तसफूफ ये तेरा बयान ग़ालिब
तुझे गम भले समझले
जो ना वादा पार होता

दिल को बे-क़रारी है
फिर कुछ इक दिल को बे-क़रारी है
सीना जुया-ए-ज़ख़्म-ए-कारी है
फिर उसी बेवफा समझते हैं
फिर उसी बेवफा समझते हैं
फिर वही ज़िन्दगी हमारी है
फिर वही ज़िन्दगी हमारी है

बेखुदी बेसबब नहीं ग़ालिब
बेखुदी बेसबब नहीं
बेखुदी बेसबब नहीं ग़ालिब
कुछ तो है जिसकी पर्दा दारी है