Dil Kya Kare
Jatin-Lalit
4:28आ आ आ आ आ भूला फसाना कोई गुज़रा ज़माना कोई साथी पुराना कोई बन के बहाना कोई अगर दिल में यूँ समा जाए तो यह दिल क्या करे यह दिल क्या करे जादू सा छा ने लगा पागल बना ने लगा कुछ याद आने लगा कुछ भूल जाने लगा क्या ना करे, क्या करे यह दिल क्या करे यह दिल क्या करे इस पार रह ना सके उस पार जा ना सके खामोश रह ना सके जो चाहें कह ना सके यह पागल समा यह मौसम जवान यह दिल क्या करे यह दिल क्या करे जादू सा छा ने लगा पागल बना ने लगा कुछ याद आने लगा कुछ भूल जाने लगा क्या ना करे, क्या करे यह दिल क्या करे यह दिल क्या करे यह दिल क्या करे यह दिल क्या करे