Barbaad (Movie: Saiyaara)
Jubin Nautiyal
5:58ओ ओ ओ ओ ओ रोऊँ या हँसूँ तेरी हरकत पे या फिर तेरी तारीफ़ करूँ मेरे दिल से तू ऐसे खेल गया अब जी न सकूँ मर भी न सकूँ तेरी ज़ेहर भरी दो आँखों की मुझे चाल समझ में न आयी वफ़ा न रास आयी तुझे ओ हरजाई वफ़ा न रास आयी तुझे ओ हरजाई सदियों ये ज़माना याद रखेगा यार तेरी बेवफाई वफ़ा न रास आई तुझे ओ हरजाई वफ़ा न रास आई तुझे ओ हरजाई वादों की लाशों को बोल कहाँ दफनाऊं वादों की लाशों को बोल कहाँ दफनाऊं ख्वाबों और यादों से कैसे तुमको मिटाऊं क्यों न मैं तुझे पहचान सका सच तेरे नहीं मैं जान सका तेरे नूर से जो रौशन था कभी उस शहर में आग लगाई वफ़ा न रास आयी तुझे ओ हरजाई वफ़ा न रास आयी तुझे ओ हरजाई सदियों ये ज़माना याद रखेगा यार तेरी बेवफाई वफ़ा न रास आयी तुझे ओ हरजाई जिस जिस को मोहब्बत रास आयी (जिस जिस को मोहब्बत रास आयी) वो लोग नसीबों वाले थे (वो लोग नसीबों वाले थे) तक़दीर के हाथों हार गए (तक़दीर के हाथों हार गए) हम जैसे जो थे सुन यार मेरे ओह हरजाई (सुन यार मेरे ओह हरजाई) हम थोड़े अलग दिलवाले थे (हम थोड़े अलग दिलवाले थे) पर जैसा सोचा था हमने (पर जैसा सोचा था हमने) तुम वैसे न थे तूने वार किया सीधे दिल पे और पालक भी न झपकायी वफ़ा न रास आयी तुझे ओ हरजाई वफ़ा न रास आयी तुझे ओ हरजाई