Kya Khabar Kya Pata (From "Saheb")
Kishore Kumar
6:24हम्म हम्म हो हो हम्म हम्म हो हो जब तक मैंने समझा जीवन क्या है जीवन बीत गया जीवन बीत गया जब तक मैंने समझा जीवन क्या है जीवन बीत गया जीवन बीत गया खुशियों के हर फूल से मैंने ग़म का हार पिरोया प्यार तमना थी जीवन की प्यार को पाके खोया अपनों से खुद तोड़के नाता अपनेपन को रोया अपनेपन को रोया जब तक मैंने समझा अपना क्या है सपना टूट गया सपना टूट गया जब तक मैंने समझा जीवन क्या है जीवन बीत गया जीवन बीत गया जीवन के किस मोड़ पे आके दूर हुए वो दिल से आंधी समय की उड़ा के ले गयी मेरे नशे मन के तिनके वादे करके प्यार वफ़ा के बिछड़े साथी मिलके बिछड़े साथी मिलके जब तक मैंने समझा साथ क्या है साथी छूट गया साथी छूट गया जब तक मैंने समझा जीवन क्या है जीवन बीत गया जीवन बीत गया टूटे रिश्ते याद में उनकी क्यूँ भीगी है पलके टूटे रिश्ते याद में उनकी क्यूँ भीगी है पलके बिखरे बिखरे दिल के टुकड़े उनकी खातिर तड़पे प्यासी आँखे पि जाये आंसू आँखों से न छलके आँखों से न छलके जब तक मैंने समझा आँसु क्या है दामन भीग गया दामन भीग गया जब तक मैंने समझा जीवन क्या है जीवन बीत गया जीवन बीत गया