Yeh Sham Mastani
Kishore Kumar
4:37तेरे बिन कोई हम्म हम्म म्म्म म्म्म कोई हमदम न रहा, कोई सहारा न रहा हम किसी के न रहे, कोई हमारा न रहा कोई हमदम न रहा, कोई सहारा न रहा शाम तन्हाई की है, आएगी मंज़िल कैसे शाम तन्हाई की है, आएगी मंज़िल कैसे जो मुझे राह दिखाए, वही तारा न रहा कोई हमदम न रहा, कोई सहारा न रहा ऐ नज़ारों न हँसो, मिल न सकूँगा तुमसे ऐ नज़ारों न हँसो, मिल न सकूँगा तुमसे वो मेरे हो न सके, मैं भी तुम्हारा न रहा कोई हमदम न रहा, कोई सहारा न रहा क्या बताऊँ मैं कहाँ, यूँ ही चला जाता हूँ क्या बताऊँ मैं कहाँ, यूँ ही चला जाता हूँ जो मुझे फिर से भुला ले, वो इशारा न रहा कोई हमदम न रहा, कोई सहारा न रहा हम किसी के न रहे, कोई हमारा न रहा