Dil Ka Kya Kasoor

Dil Ka Kya Kasoor

Kumar Sanu

Длительность: 5:18
Год: 1992
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Текст песни

आशिक़ी में हर आशिक़ हो जाता है मजबूर
आशिक़ी में हर आशिक़ हो जाता है मजबूर
इसमें दिल का मेरे दिल का इसमें दिल का क्या कुसूर
आशिक़ी में हर आशिक़ हो जाता है मजबूर
आशिक़ी में हर आशिक़ हो जाता है मजबूर
इसमें दिल का मेरे दिल का इसमें दिल का क्या कुसूर

निगाहें ना मिलती ना ये प्यार होता
ना मैं तुझसे मिलती (मिलता) ना इज़हार होता
निगाहें ना मिलती ना ये प्यार होता
ना मैं तुझसे मिलती(मिलता) ना इज़हार होता
मेरे आशिक़ मेरे दिलबर मेरे(मेरी) जानेजां
अब तेरे बिन इक पल ना जीना यहाँ
तुझसे मिल के जाने कैसा छाया है सुरूर
तुझसे मिल के जाने कैसा छाया है सुरूर
इसमें दिल का मेरे दिल का इसमें दिल का क्या कुसूर
आशिक़ी में हर आशिक़ हो जाता है मजबूर
इसमें दिल का मेरे दिल का इसमें दिल का क्या कुसूर

न पूछो कि कैसी है ये बेकरारी
मोहब्बत की प्यासी है ये दुनिया सारी
न पूछो कि कैसी है ये बेकरारी
मोहब्बत की प्यासी है ये दुनिया सारी
ना जाने दिल किसका कब खो जाये
बिन सोचे बिन समझे प्यार हो जाये
हाँ यही चाहत का अक्सर होता है दस्तूर
हाँ यही चाहत का अक्सर होता है दस्तूर
इसमें दिल का मेरे दिल का इसमें दिल का क्या कुसूर
आशिक़ी में हर आशिक़ हो जाता है मजबूर
इसमें दिल का मेरे दिल का इसमें दिल का क्या कुसूर