Kitna Sukun Kitna Aaram

Kitna Sukun Kitna Aaram

Kumar Sanu

Длительность: 6:12
Год: 1994
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Текст песни

कितना सुकून कितना आराम है
कितना सुकून कितना आराम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
कितना सुकून कितना आराम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
कितना सुकून कितना आराम है

कह रहा है यह दिल बेखुदी मे सनम
और क्या चाहिए ज़िंदगी में सनम
कह रहा है यह दिल बेखुदी मे सनम
और क्या चाहिए ज़िंदगी में सनम
आशिकी का नशा ऐसे जाता नही
तुमको देखे बिना चैन आता नही
कैसे ज़िंदा रहु
इन होतों पे सिर्फ़ तुम्हारा नाम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
कितना सुकून कितना आराम है

दिलरुबा है किया मेने ये फ़ैसला
अब तो जीना नही है तुम्हारे  सिवा
दिलरुबा है किया मेने ये फ़ैसला
अब तो जीना नही है तुम्हारे सिवा
थोड़ा पागल हूँ मे थोड़ा दीवाना हूँ
बस तुम्हारा रहू मे सब से बेगाना हूँ
और क्या मे कहु
इश्क़ तेरा मेरी चाहत का एनम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है
कितना सुकून कितना आराम है
पास मैं तुम हो और हाथो मैं जाम है
शायद मेरी ज़िंदगी की हसी ये शाम है