Tum Apni Gada Chalao Na
Lakhbir Singh Lakkha
5:23कैलाश पे है हलचल बड़ी ब्रह्मांड तक है बात चली देव पिशाच सभी है उत्सुक बने बराती सब है इछुक हर हर हर हर हर हर हर हर हर हर हर हर महादेव हर हर हर हर हर हर हर हर हर हर हर हर हर महादेव शिवजी बिहाने चले नंदी सजाई के चिमटा बजाई के राम शिवजी बिहाने चले नंदी सजाई के चिमटा बजाई के राम शिवजी बिहाने चले नंदी सजाई के चिमटा बजाई के राम जय हो गौरी जी को लाने चले सेहरा सजाई के मुखड़ा छुपाई के राम गौरी जी को लाने चले सेहरा सजाई के मुखड़ा छुपाई के राम शिवजी बिहाने चले नंदी सजाई के चिमटा बजाई के राम सन्यासी बागम्बरधारी शिव सुंदर की छवि अति प्यारी सन्यासी बागम्बरधारी शिव सुंदर की छवि अति प्यारी देख के हर्षित हुए सब बने दूल्हा भोले भंडारी देख के हर्षित हुए सब बने दूल्हा भोले भंडारी पशु पक्षी विचित्र गांधारी भाँती भाँती कर्तव्य बलिहारी पुष्प की वर्षा हो रही भारी धरती सजी मानव फुलवारी सारे बराती चले हर हर हर हर हर महादेव सारे बराती चले गंगा नहाई के रूप चमकाई के राम सारे बराती चले गंगा नहाई के रूप चमकाई के राम शिवजी बिहाने चले नंदी सजाई के चिमटा बजाई के राम हर हर महादेव हर हर हर हर हर हर हर हर हर हर ब्रह्मा वेद चक्रधारी चले देवता कर तैयारी ब्रह्मा वेद चक्रधारी चले देवता कर तैयारी तन मन से प्रसन्न सारे मंद मंद मुस्कान है न्यारी तन मन से प्रसन्न सारे मंद मंद मुस्कान है न्यारी नाच रहे गल भैया डाले ब्रह्मा ऋषि देव दरबारी भेद भाव नहीं धूप छाव नहीं सब के सब है आज सुखारी गौरी जी के गाँव चले गौरी जी के गांव चले तुमड़ी बजाई के शुभ गीत गाई के राम गौरी जी के गांव चले तुमड़ी बजाई के शुभ गीत गाई के राम शिवजी बिहाने चले नंदी सजाई के चिमटा बजाई के राम हर हर बम बम हर हर बम बम हर हर बम बम हर हर बम बम हर हर बम बम हर हर बम बम हर हर बम बम हर हर बम बम शिवजी बिहाने चले नंदी सजाई के (हर हर महादेव) चिमटा बजाई के राम