Bholi Si Surat
Lata Mangeshkar
4:15हह हह हह हह हह तू रु रु रु रु रु हह हह हह हह हह तू रु रु रु रु रु ल ला ल ला ला ला ल अरे रे अरे ये क्या हुआ मैंने न ये जाना अरे रे अरे बन जाये ना कहीं कोई अफ़साना अरे रे अरे कुछ हो गया कोई न पहचाना अरे रे अरे बनता है तो बन जाये अफ़साना हह हह हह हह हह तू रु रु रु रु रु हह हह हह हह हह तू रु रु रु रु रु हाथ मेरा थाम लो साथ जब तक हो बात कुछ होती रहे बात जब तक हो सामने बैठे रहो तुम रात जब तक हो अरे रे अरे ये क्या हुआ मैंने न ये जाना नाम क्या दे क्या कहे दिल के मौसम को आग जैसे लग गई आज शबनम को ऐसा लगता है किसी ने छू लिया हमको अरे रे अरे ये क्या हुआ मैंने न ये जाना अरे रे अरे बन जाये ना कहीं कोई अफ़साना. अरे रे अरे कुछ हो गया कोई न पहचाना अरे रे अरे बनता है तो बन जाये अफ़साना तुम चले जाओ ज़रा हम संभल जाएँ धड़कने दिल की कहीं ना मचल जाये वक्त से आगे कहीं ना हम निकल जाएँ अरे रे अरे ये क्या हुआ कोई न पहचाना हममें तुममें कुछ तो है कुछ नहीं है क्या और कुछ हो जाये तो कुछ यकीं है क्या देख लो ये दिल जहाँ था ये वहीँ है क्या अरे रे अरे ये क्या हुआ मैंने न ये जाना अरे रे अरे बन जाये ना कहीं कोई अफ़साना अरे रे अरे कुछ हो गया कोई न पहचाना अरे रे अरे बनता है तो बन जाये अफ़साना लाल ला ला ला ल लाल ला ला ला ल