Tum Itna Jo Muskura Rahe Ho
Jagjit Singh
आज यादो की दरास खोले पुराने खत मिले कुछ दिल के टुकड़े मिले वादे मिले बीते मुलाकाते मिले बोहोत तलाशा मगर तुमने मिले एक प्यार का नगमा है मौजों की रवानी है ज़िंदगी और कुछ भी नहीं तेरी मेरी कहानी है एक प्यार का नगमा है मौजों की रवानी है ज़िंदगी और कुछ भी नहीं तेरी मेरी कहानी है कुछ पाकर खोना है कुछ खोकर पाना है जीवन का मतलब तो आना और जाना है दो पल के जीवन से इक उम्र चुरानी है ज़िंदगी और कुछ भी नहीं तेरी मेरी कहानी है एक प्यार का नगमा है मौजों की रवानी है वक़त के सिलवटों में सिमटे कुछ राते मिले (ला ला) तुम्हारी खुस्भु मिली कुछ मौसम मिले तुह्मरे लिए (ला ला) लिखे हुए कुछ शेर टूटे फूटे अल्फ़ाज़ बोहोत तलाशा मगर तुम न मिले(ना ना) तू धार है नदिया की मैं तेरा किनारा हूँ तू मेरा सहारा है मैं तेरा सहारा हूँ आँखों में समंदर है आशाओं का पानी है ज़िंदगी और कुछ भी नहीं (ज़िंदगी और कुछ भी नहीं) तेरी मेरी कहानी है (तेरी मेरी कहानी है) एक प्यार का नगमा है (एक प्यार का नगमा है) मौजों की रवानी है (मौजों की रवानी है)