Ek Tera Saath Humko
Lata Mangeshkar, Mohammed Rafi
3:11ये कैसा ग़म सजना प्यासा दिन प्यासी शाम ये कैसा ग़म सजना प्यासा दिन प्यासी शाम आ तेरे होठों से लग जाऊँ बन के जाम ये कैसा ग़म सजना शीशे में नशा है मुझमे तेरा प्यार है रंग उसमे मेरे चेहरे पे तेरी बहार है शीशे में नशा है मुझमे तेरा प्यार है रंग उसमे मेरे चेहरे पे तेरी बहार है सैयां शीशा क्या कहता है मेरे बहार ये कैसा ग़म सजना प्यासा दिन प्यासी शाम आ तेरे होठों से लग जाऊ बनके जाम यह कैसा ग़म सजना हाय मेरे होते रूह तेरी प्यासी पोंछ दूँ आँचल बन के आ मुखड़े की उदासी हाय मेरे होते रूह तेरी प्यासी पोंछ दूँ आँचल बन के आ मुखड़े की उदासी सैया, सुख में दुःख में मुझको तुझसे काम ये कैसा ग़म सजना प्यासा दिन प्यासी शाम आ तेरे होठों से लग जाऊ बनके जाम ये कैसा ग़म सजना मैं जलने न दूँगी तुझको ये ग़म ले के पास तेरे आई हूँ मैं प्यार की शबनम ले के मैं जलने न दूँगी तुझको ये ग़म ले के पास तेरे आई हूँ मैं प्यार की शबनम ले के सैया, रब ने भेजा मुझको तेरे नाम ये कैसा ग़म सजना प्यासा दिन प्यासी शाम आ तेरे होठों से लग जाऊँ बन के जाम ये कैसा ग़म सजना