Aaye Kuch Abr Kuch Sharab Aaye
Mehdi Hassan
5:53जहाँ जाके चैन से मर सकूँ कभी लौट के भी न आ सकूँ जहाँ जाके चैन से मर सकूँ कभी लौट के भी न आ सकूँ मुझे ऐसे कोई जगह बता जहाँ दिल से तुझे भुला सकूँ जहाँ जाके चैन से मर सकूँ जो तुझे पता हो तो ये बता गम-ए-इश्क़ का इलाज़ क्या जो तुझे पता हो तो ये बता गम-ए-इश्क़ का इलाज़ क्या मुझे तूने दर्द दिया है वो ना बता सकूँ ना छुपा सकूँ मुझे तूने दर्द दिया है वो ना बता सकूँ ना छुपा सकूँ जहाँ जाके चैन से मर सकूँ जो समझ मे कुछ भी न आ सके तो नतीजा वक्त पे छोड़ दे जो समझ मे कुछ भी न आ सके तो नतीजा वक्त पे छोड़ दे मुझे कुछ भी न दे ये दुआ ही दे तेरे नक्श दिल से मिटा सकूँ जहाँ जाके चैन से मर सकूँ कोई राजदार मिले कहीं कोई गम-गुसार मिले कहीं कोई राजदार मिले कहीं कोई गम-गुसार मिले कहीं कोई साहिल ऐसा रफीक हो जिसे दाग दिल के दिखा सकूँ कोई साहिल ऐसा रफीक हो जिसे दाग दिल के दिखा सकूँ जहाँ जाके चैन से मर सकूँ कभी लौट के भी न आ सकूँ जहाँ जाके चैन से मर सकूँ