Likhe Jo Khat Tujhe
Mohammed Rafi
3:06यह जो चिलमन है दुश्मन है हमारी ओ यह जो चिलमन है दुश्मन है हमारी कितनी शर्मीली ओ कितनी शर्मीली दुल्हन है हमारी यह जो चिलमन है दूसरा और कोई यहाँ क्यों रहे दूसरा और कोई यहाँ क्यों रहे हुस्न और इश्क़ के दरमिया क्यों रहे दरमिया क्यों रहे यह यहाँ क्यों रहे हां जी हाँ क्यों रहे यह जो आँचल है शिकवा है हमारा क्यों छुपाता है चेहरा यह तुम्हारा है यह जो चिलमन है ओ ओ ओ ऑ ऑ ऑ कैसे दीदार आशिक तुम्हारा करे कैसे दीदार आशिक तुम्हारा करे रूखे रोशन का कैसे नजारा करे ओ नजारा करे ओ इशारा करे पुकारा करे यह जो गेसु है बादल है कसम से कैसे बिखरे है गालों पे सनम के ओ ओ ओ यह जो चिलमन है रुख़ से परदा ज़रा जो सरकने लगा रुख़ से परदा ज़रा जो सरकने लगा उफ़ यह कंबख्त दिल क्यूँ धडकने लगा हाँ धड़कने लगा भड़कने लगा दम अटकने लगा यह जो धड़कन है दुश्मन है हमारी कैसे दिल सम्भाले उलझन है हमारी ओ ओ ओ यह जो चिलमन है दुश्मन है हमारी