Kuchh Kuchh Hota Hai

Kuchh Kuchh Hota Hai

Mohd. Aziz | Sadhana Sargam

Альбом: Rakhwala
Длительность: 5:03
Год: 1989
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Текст песни

ओ ओ ओ ओ
जब जब तेरी नज़र से
जब जब तेरी नज़र से
मिलती हैं मेरी नज़र
जब जब तेरी नज़र से
मिलती हैं मेरी नज़र
कुछ कुछ होता हैं
कुछ कुछ होता हैं

तौबा तौबा तेरी चाहत का
तौबा तौबा तेरी चाहत का
पूछो न कैसा असर
कुछ कुछ होता हैं
कुछ कुछ होता हैं
कुछ कुछ होता हैं

चलेगा तो चलूंगी
रुकेगा तो रुकूंगी
करेगा जो करुँगी दीवाने
मैं दिल तुझे दूंगी
मैं दिल तेरा लुंगी
है तेरे मेरे रिश्ते पुराने

चलेगा तो चलूंगी
रुकेगा तो रुकूंगी
करेगा जो करुँगी दीवाने
मैं दिल तुझे दूंगी
मैं दिल तेरा लुंगी
है तेरे मेरे रिश्ते पुराने

तू है मेरे दिल में
हो बाहो में तू जो आये
बाहो में तू जो आये
चढ़ता है कोई जहर
कुछ कुछ होता हैं
कुछ कुछ होता हैं
कुछ कुछ होता हैं

नदी की है रवानी
अंगूरों का हैं पानी
गुलाबो जैसी तेरी जवानी
अदाए मस्तानी निगाहे दीवानी
मैं राजा तेरे दिल का तू रानी

नदी की हैं रवानी
अंगूरों का हैं पानी
गुलाबो जैसी तेरी जवानी
अदाए मस्तानी निगाहे दीवानी
मैं राजा तेरे दिल का तू रानी

कैसे बोलू जानम ओ
मेरे इस गोरे बदन पे
मेरे इस गोरे बदन पे
रखता है तू हाथ जिधर
कुछ कुछ होता हैं
कुछ कुछ होता हैं

जब जब तेरी नज़र से
मिलती हैं मेरी नज़र
कुछ कुछ होता हैं
कुछ कुछ होता हैं
कुछ कुछ होता हैं
कुछ कुछ होता हैं