Rangralia
Mohit Sharma
3:19कवहे छोड के नशा ने मह तोह तेरा हो लिया थी अच्छी खासी ज़िन्दगी अंधेरा हो लिया कवहे छोड के नशा ने मह तोह तेरा हो लिया थी अच्छी खासी ज़िन्दगी अंधेरा हो लिया आंख बन्द करते ही आवे सपने ओर सुपने मह दिखे तु मने लाडले किसी चुपी कर बैठा आज बोल पड़े नह तु बेसक ते पहले आला रोब झाड़ ले किसी चुपी कर बैठा आज बोल पड़े नह तु बेसक ते पहले आला रोब झाड़ ले मानू गलती तेरा ना कसूर पावैगा बेरा ना था इतनी तु दूर जवैगा मानू गलती तेरा ना कसूर पावैगा बेरा ना था इतनी तु दूर जवैगा लावैगा तु दिल ते दिल र पगले तेरे बिन या पगली कीत काटले किसी चुपी कर बैठा आज बोल पड़े नह तु बेसक ते पहले आला रोब झाड़ ले किसी चुपी कर बैठा आज बोल पड़े नह तु बेसक ते पहले आला रोब झाड़ ले मने छोडगा तस्ली देके झूठे मूहठे झासा की आखा आगे टूतगी डोर तेरे सासा की मने छोडगा तस्ली देके झूठे मूहठे झासा की आखा आगे टूतगी डोर तेरे सासा की खासा की जद होया करेगी तोह या एकेली बैठ क़ित काटले किसी चुपी कर बैठा आज बोल पड़े नह तु बेसक ते पहले आला रोब झाड़ ले किसी चुपी कर बैठा आज बोल पड़े नह तु बेसक ते पहले आला रोब झाड़ ले धूल बनेके नह रिश्ता की उड़गी से आज Balambhiya Sumit दगा करा दगेबाज धूल बनेके नह रिश्ता की उड़गी से आज Balambhiya Sumit दगा करा दगेबाज तु लेवे ना जाग आंख बन्द करगा तेरे बिना किसकी या ठाड़ ले किसी चुपी कर बैठा आज बोल पड़े नह तु बेसक ते पहले आला रोब झाड़ ले किसी चुपी कर बैठा आज बोल पड़े नह तु बेसक ते पहले आला रोब झाड़ ले