Takhon Tomar Ekush Bachhar
Nandinii Roy
3:25ओ ऐसा लगता है जो न हुआ होने को है ऐसा लगता है अब दिल मेरा खोने को है वर्ना दिल क्यों धड़कता साँसें क्यूँ रूकती नींदें मेरी क्यूँ उड़ जातीं ऐसा लगता है जो न हुआ होने को है ऐसा लगता है अब दिल मेरा खोने को है वर्ना दिल क्यों धड़कता साँसें क्यूँ रूकती नींदें मेरी क्यूँ उड़ जातीं ओ ऐसा लगता है जो न हुआ होने को है कोई चेहरा निघून पे छा ने लगा कोई अब रोज़ खाबों में आने लगा गयी रुत जो नयी जागे अरमान कई मौसम कोई ग़ज़ल जैसे गाने लगा ऊऊऊ ऐसा लगता है जैसे नशा होने को है होऊ ऐसा लगता है होश मेरा खोने को है वर्ना दिल क्यों धड़कता साँसें क्यूँ रूकती नींदें मेरी क्यूँ उड़ जातीं ओ ऐसा लगता है जो न हुआ होने को है महकी महकी फिजा ने ली अंगड़ाइयाँ नीली नीली हैं बादल की परछाइयां ठंडी ठंडी हवा लायी राग नया गूँजी गूँजी सी हैं जैसे शहनाइयाँ ऊऊऊओ ऐसा लगता है कोई मेरा होने को है ऐसा लगता है हर फैसला खोने को है वर्ना दिल क्यों धड़कता साँसें क्यूँ रूकती नींदें मेरी क्यूँ उड़ जातीं होओओओ ऐसा लगता है जो न हुआ होने को है ऐसा लगता है अब दिल मेरा खोने को है वर्ना दिल क्यों धड़कता साँसें क्यूँ रूकती नींदें मेरी क्यूँ उड़ जातीं