Na Kajare Ki Dhar
Pankaj Udhas
5:25चित्ति आई है आई है चित्ति आई है चित्ति आई है आई है चित्ति आई है चित्ति आई है वाटन से चित्ति आई है बड़े दिनों के बाद हम बेवतांो को याद बड़े दिनों के बाद हम बेवतांो को याद वाटन की मिट्टी आई है चित्ति आई है आई है चित्ति आई है चित्ति आई है वाटन से चित्ति आई है उपर मेरा नाम लिखा है अंदर यह पैगाम लिखा है ओह परदेस को जाने वेल लौट के फिर ना आने वेल सात समुंदर पार गया तू हुमको ज़िंदा मार गया तू खून के रिश्ते तोड़ गया तू आँख में आँसू छ्चोड़ गया तू कम खाते हैं, कम सोते हैं बोहट ज़्यादा हम रोते हैं चित्ति आई है चित्ति आई है आई है चित्ति आई है चित्ति आई है वाटन से चित्ति आई है सूनी हो गयी शहर की गलियाँ काँटे बन गयी बाग की कलियाँ कहते हैं सावन के झूले भूल गया तू हम नही भूले तेरे बिन जब आई दीवाली डीप नही दिल जले हैं खाली तेरे बिन जब आई होली पिचकारी से छ्छूती गोली पीपल सूना, पनघट सूना घर शमशान का बना नमूना फसल कटी आई बैसाखी तेरा आना रह गया बाकी चित्ति आई है चित्ति आई है आई है चित्ति आई है चित्ति आई है वाटन से चित्ति आई है पहले जब तू खत लिखता था काग़ज़ में चेहरा दिखता था बंद हुआ यह मेल भी अब तो ख़तम हुआ यह खेल भी अब तो डॉली में जब बैठी बहना रास्ता देख रहे थे नैना मैं तो बाप हूँ मेरा क्या है तेरी मान का हाल बुरा है तेरी बीवी करती है सेवा सूरत से लगती हैं बेवा तूने पैसा बोहट कमाया इस पैसे ने देश च्छुदाया देस पराया छ्चोड़ के आजा पांच्ची पिंजरा तोड़ के आजा देस पराया छ्चोड़ के आजा पांच्ची पिंजरा तोड़ के आजा आजा उमर बोहट है छ्होटी अपने घर में भी है रोटी चित्ति आई है चित्ति आई है आई है चित्ति आई है बड़े दिनों के बाद हम बेवतांो को याद वाटन की मिट्टी आई है चित्ति आई है आई है चित्ति आई है चित्ति आई है वाटन से चित्ति आई है बड़े दिनों के बाद हम बेवतांो को याद वाटन की मिट्टी आई है चित्ति आई है आई है चित्ति आई है चित्ति आई है वाटन से चित्ति आई है