Mileya Ni
Paradox
2:51हाँ, हाँ, हाँ हाँ, हाँ, हाँ, हाँ जिम्मेदार हूं, जिम्मेदार हूं, तेरी कसम का गुनेहगार हूं जिम्मेदार हूं, जिम्मेदार हूं, तेरी कसम का गुनेहगार हूं जिम्मेदार हूं, जिम्मेदार हूं, मेरे जख्मों का जिम्मेदार हूं जिम्मेदार हूं, जिम्मेदार हूं, तेरी कसम का गुनेहगार हूं जिम्मेदार हूं, जिम्मेदार हूं, मेरे जख्मों का जिम्मेदार हूं हां होगी ख़ुशी जो ना तेरी नज़र में ना लग जाए नज़र जिसकी बाहों से जलता मैं आशिक तो मैं भी था तेरा हां आखिर में खेल ही है ऐसी की बाजी अब उसकी जीने दो उसको जो छूटा तुझे मैं करवट बदलता, अब बदलू मैं खुदको हां भूला मैं भूला ये सब कुछ था भूला आशिक तो मैं भी था तेरा हां आखिर में आख़िर में बीते पल को कल में ढूंढ रहा हूँ सच में बोलू तुझको, तुझ में कल से छीन रहा हूँ चीं रहा हूं आखिर में बेशुमार क्यों? जिम्मेदार हूं जिम्मेदार हूं, जिम्मेदार हूं, तेरी कसम का गुनेहगार हूं जिम्मेदार हूं, जिम्मेदार हूं, मेरे जख्मों का जिम्मेदार हूं जिम्मेदार हूं, जिम्मेदार हूं, तेरी कसम का गुनेहगार हूं जिम्मेदार हूं, जिम्मेदार हूं, मेरे जख्मों का जिम्मेदार हूं अब ना विश्वास है गैरो पे, पिस्टन की छाप है पेरो पे (पैरो पे) चेहरा लिबास से पढना, एक राज़ सा रखना, हिसाब से चलोगे। हिसाब ना करना तुम प्यार से डरोगे, कर्र के रहते इज़हार से डरोगे एक बार को करके सौ बार को मारोगे, सौ बार को मारोगे तू कहती, नी पसंद था तुझे मैं गैरो के साथ हूं (गैरो के साथ हूं) मैंने भी बोला था मुझे नी पसंद हो गैरो के साथ तू अब देख ना आज तू वेसे ही रोटी है वेसे ही सोती है, वेसे ही खोती है वेसे ही जैसे तैसे करके मैंने कटी रातें आती रातें तो ये कहतीं, "बातें आजा आधी-आधी बातें थोड़ी तेरी यादें, थोड़ी मेरी यादें थोड़े में रहने दे, तू थोड़े में रहने दे, थोड़े में रहने दे नी झेलना फिरसे वो, दर्द पुराना, वो घर पुराना, वो सर फुकाना फिर दर्द भुलाना फिर ज़ख्म छुपाना चक्र चलता रहता है, तुम सब दोहराना (दोहराना, दोहराना, दोहराना) जिम्मेदार हूं, जिम्मेदार हूं, तेरी कसम का गुनेहगार हूं जिम्मेदार हूं, जिम्मेदार हूं, मेरे जख्मों का जिम्मेदार हूं जिम्मेदार हूं, जिम्मेदार हूं, तेरी कसम का गुनेहगार हूं जिम्मेदार हूं, जिम्मेदार हूं, मेरे जख्मों का जिम्मेदार हूं