Ve Kamleya (Sufi Version) (From "Rocky Aur Rani Kii Prem Kahaani")
Pritam
5:22रो लैंन दे रांझेयाँ नू एक हीर तू हो के जुदा रो लैंन दे, रो लैंन दे रो लैंन दे मिर्ज़ेयाँ नू एक साहेबा तों छोंट के रो लैंन दे, रो लैंन दे बेदर्द विचोड़ा मारे दस् दस् के निगोड़ा मारे फ़रियाद सुनी हाय रब्बा बिछड़ों पे करम फर्मा रे मेहबूब के बदले दुनियां के बेमतलब सुख सारे हाए काम दुआ ना मरहम यह मर्ज़ बड़ा महंगा रे पी लैंन दे हंजुआं नू दो नैन तों बहते हैं जो पी लैंन दे , रो लैंन दे रो लैंन दे, रो लैंन दे मिटटी के दामन मिटटी के दामन है तो क्यों प्रेमियों के दिल कांच के जो टूटते हैं जो टूट’ते हैं रब्बा तेरे इशारों पर नाच के जिन जिनके मुक़द्दर में भी संग रहना नहीं लिक्खा री वे यार खुदाया उनको मत बेवजह मिलवा रे तुझे इसमें मज़ा आता हो भले कुछ ना तेरा जाता हो पर खेल नसीबों का ये अपने तो नहीं बस का रे जी लैंन दे आशिकां नू इस खेल से अंजान ही जी लें दे रो लैंन दे रान्झेयाँ नू एक हीर तू हो के जुदा रो लैंन दे, रो लैंन दे रो लैंन दे, रो लैंन दे