Notice: file_put_contents(): Write of 727 bytes failed with errno=28 No space left on device in /www/wwwroot/karaokeplus.ru/system/url_helper.php on line 265
Ravindra Jain - Geeta Gyan - Ek Arjun Ke Nimit Milega Gyana Amirt | Скачать MP3 бесплатно
Geeta Gyan - Ek Arjun Ke Nimit Milega Gyana Amirt

Geeta Gyan - Ek Arjun Ke Nimit Milega Gyana Amirt

Ravindra Jain

Длительность: 2:41
Год: 2022
Скачать MP3

Текст песни

जो ही देने को चले प्रभु अर्जुन को ज्ञान
कुरुक्षेत्र पर हो गया केंद्रित सबका ध्यान
केंद्रित सबका ध्यान

ब्रह्मा जागे नारद चौके त्रिभुवन में कौतूहल जागा

चारों दिशाएं सचेत हुई धरती पर ध्यान सभी का लागा

गीता के महाज्ञान श्रवण को
गीता के महाज्ञान श्रवण को
शिव ने ध्यान समाधि से त्यागा
गीता के महाज्ञान श्रवण को
शिव ने ध्यान समाधि से त्यागा
इक अर्जुन के निमित्त मिलेगा ज्ञानामृत सबको बिन मांगा
इक अर्जुन के निमित्त मिलेगा ज्ञानामृत सबको बिन मांगा

हे अर्जुन किस हेतु बता तू असमय मोह को प्राप्त हुआ है

वीरोचित है न आर्योचित जो शोक तेरे मन व्याप्त हुआ है

स्वर्ग मिलेगा न कीर्ति बढ़ेगी
स्वर्ग मिलेगा न कीर्ति बढ़ेगी
क्या यह बोध समाप्त हुआ है
स्वर्ग मिलेगा न कीर्ति बढ़ेगी
क्या यह बोध समाप्त हुआ है
धर्म के युद्ध को शस्त्र उठा के
महासंग्राम तेरा मग जो है
धर्म के युद्ध को शस्त्र उठा के
महासंग्राम तेरा मग जो है