Kiss Kiss Bang Bang
Thaman S
4:18प्रेत चारी भूत हारी दुष्ट संहारी दिव्य न्याय धारी लील अहंकारी यक्षिणी कुला पाप हरणी तंत्र मंत्र धारी देव अंगचारी शक्ति अवतारी ज्यों त्रिनेत्र बन के देह युद्ध क्षेत्र में उतर गए हों स्वयं धन पिशाची धन पिशाची लोभियों की व्याध थरथरा के काँपे स्वार्थी धन पिशाची धन पिशाची तिमिर सारे हर ले देवी हम हैं तेरे प्रार्थी धन पिशाची धन पिशाची धन पिशाची धन पिशाची रक्तिमा नारी दुष्ट अपहारी मस्तकों की मालिका वो धार कर के गुर्राती दिव्य अवतारी मृत्यु हुंकारी क्रोध हैं प्रचंड लोलुपों को भय से थर्राती ज्यों त्रिनेत्र बन के देह युद्ध क्षेत्र में उतर गए हों स्वयं धन पिशाची धन पिशाची लोभियों की व्याध थरथरा के काँपे स्वार्थी धन पिशाची धन पिशाची तिमिर सारे हर ले देवी हम हैं तेरे प्रार्थी धन पिशाची