Teri Bhang Main Layi Bhirand Udgi
Sakshi Choudhary
3:16भोले तेरी भंग तो कमाल करगी हाँ भोले तेरी भंग तो कमाल करगी मैंने आज पीता बवाल करगी हाँ मैंने आज पीता बवाल करगी बवाल करगी मैंने एक घूंट जो मारा एक चार नजर आए इधर उधर का पैर पड़े मेरे जाने पैर किधर जाए शीशे में जो देखा आंखे लाल करगी हाँ शीशे में जो देखा आंखे लाल करगी मैंने आज पीता बवाल करगी हाँ मैंने आज पीता बवाल करगी भर भर लौटा भंगिया के तुम जाने कैसे पीते हो बेसुध होकर गिर गई मैं तो तुम कैसे बला जीते हो वे पियो सारे ही कैलाश पर धमाल कर गए हाँ सारे ही कैलाश पर धमाल कर गए मैंने आज पीता बवाल करगी हाँ मैंने आज पीता बवाल करगी अच्छी चीज नहीं भंग भोले छोड़ दो अब तुम भांग पीना हाँ जोड़ के कहे साक्षी अच्छे तुम बन कर जीना कलम लोकेश की मिसाल कर गई हाँ कलम लोकेश की मिसाल कर गई मैंने आज पीता बवाल करगी हाँ मैंने आज पीता बवाल करगी