Bahon Mein Chale Aao
Lata Mangeshkar
4:02इंसान को अपनी उमर का एहसास तब होता है जब ज़िंदगी में उसकी बहुत सी पहलुए धीरे धीरे बाँध होती जाती है या ख़तम होती जाती है और पंचम मेरी ज़िंदगी में एक ऐसा ही पहलू है पंचम के साथ क्या रिश्ता था मैं नही जानती या उसे कोई नाम नही देना चाहती पंचम के साथ मैने बहुत सारी फ़िल्मो में काम किया बाहों में चले आओ बाहों में चले आओ हो हमसे सनम क्या पर्दा ओह हमसे सनम क्या पर्दा यह आज का नहीं मिलन यह संग है उम्र भर का बाहों में चले आओ हो हमसे सनम क्या पर्दा ओह हमसे सनम क्या पर्दा हम्म हम्म चले ही जाना है नजर चुराके यूँ फिर थामी थी साजन तुमने मेरी कलाई क्यूँ हा चले ही जाना है नजर चुराके यूँ फिर थामी थी साजन तुमने मेरी कलाई क्यूँ किसी को अपना बनाके छोड़ दे ऐसा कोई नहीं करता बाहों में चले आओ हो हमसे सनम क्या पर्दा ओह हमसे सनम क्या पर्दा कभी कभी कुछ तोह कहा पिया हमसे के कम से कम आज तोह खुलके मिलो ज़रा हंस हम कभी कभी कुछ तोह कहा पिया हमसे के कम से कम आज तोह खुलके मिलो ज़रा हम से है रत अपने जो तुम हो अपने किसी का फिर हमें डर क्या बाहों में चले आओ ओह हमसे सनम क्या पर्दा हो हमसे सनम क्या पर्दा यह आज का नहीं मिलान यह संग है उम्र भर का बाहों में चले आओ हो हमसे सनम क्या पर्दा ओह हमसे सनम क्या पर्दा