Aa Toh Mann Chhe (From "The Great Gujarati Matrimony")
Siddharth Amit Bhavsar
3:24मेरी बातों में छिपी थी तेरी खामोशियाँ बीती रातों में बसी थी मेरी तन्हाईयाँ तू ग़लत और मैं सही में हो गये ऐसे जुदा हम क्या से क्या हो गया इश्क़ तन्हा रह गया इश्क़ तन्हा रह गया जो ना कह सकी नज़दीकियाँ वो फासला कह गया इश्क़ तन्हा रह गया इश्क़ तन्हा रह गया जो ना कह सकी नज़दीकियाँ वो फासला कह गया नाज़ था जिस पर हमें वो इश्क़ अब ना रहा ढूनडते हम दर बदर उसको हाए हो ना गुज़रना उस गली से दर्द रहता जहाँ कोई रोक ना ले बेवजह तुमको हाए मेरे हिस्से में खलिश है तेरे हिस्से गम बचा है इश्क़ को क्या मिला इश्क़ तन्हा रह गया इश्क़ तन्हा रह गया जो ना कह सकी नज़दीकियाँ वो फासला कह गया इश्क़ तन्हा रह गया इश्क़ तन्हा रह गया जो ना कह सकी नज़दीकियाँ वो फासला कह गया