Desperation

Desperation

Talha Anjum

Альбом: Open Letter
Длительность: 4:19
Год: 2023
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Текст песни

सोच में तू खोई हुई, झूठ तू ना बोल सके
सच कभी छुपे ना, तू कल रात रोई भी थी
तू तो ठीक से सोई भी नहीं, तेरे अश्क मोतियों से कम नहीं
तू अपनी क़ीमत मुझसे पूछ तो सही, पूछ तो सही

तेरा साथ अनमोल, तू तोल के बोले, फिर भी हर बात अनमोल
See how I unfold
मैं दिल की बातें इस कलम से ज़ाहिर करूँ
मैं बिन क़ासिम इन सबको राजा दाहिर करूँ

Fake लोग अपने कमरे से बाहिर करूँ
I got everything I need, मैं बस vibe करूँ
अब मैं type करूँ text और फिर भेजूँ नहीं
तू मेरा अक्स है, मैं कैसे तुझे देखूँ नहीं?

दिल-फ़रेब तू, तुझसे चाहें क्यूँ क़रीबी?
असल हिकमत हमें धोके खाकर ही मिली थी
तेरी-मेरी यारी बेमिसाल ही रही थी
तेरे विसाल के ख़याल में था गुम अभी

वहम था मेरा, या गुज़र रही थी तुम अभी?
तुम मेरा नशा, मेरी high, मेरी ecstasy
ये लोग नहीं हैं दोस्त मेरे
I’m invited everywhere, ये सब host मेरे

You need to talk जब तू पी ले दो neat
दुनिया से दूर noise cancel करे, so me
मेरी दुनिया से सुलह भी अब नहीं होनी
ज़िंदगी क़ीमती लगी when I burried my homie

किस तरह कहूँ कितनी बात ये अजीब
सुन लिया सब जो तूने कहा भी नहीं
गुज़रे हैं दिल से तेरे, रहे तो नहीं
दिल से बड़े ख़्वाब, हम उनसे बड़े तो नहीं
तो रो नहीं

अब दरमियान एक अजब सा फ़ासला है
तुझसे उम्मीद कोई नहीं, फिर भी तेरा आसरा है
बहुत सवाल हैं, पर पहले ये बताओ कि
दस्त-ए-साक़िया आज इस तरह क्यूँ काँप रहा है?

मैं बैठा हूँ बेदिली के बाज़ार में
कोई राहगीर जो हमारे ग़म ये बाँट जाए
मुझे तेरी लापरवाही पे हैरानगी है
कोई कैसे एक उमर तेरे लिए जागता है?

आश्नाई थी तेरे से एक ज़माने में
अब दिल-तिजोरी बंद ये वक़्त के ख़ज़ाने में
वो मुझसे पूछते हैं कब मेरी रवानगी
मैं कहता बाक़ी एक बहार मेरे आने में

फिर महक उठेगा दिल तेरा, फ़िकर ना कर
मैं तेरा अपना, मेरा ग़ैरों में ज़िकर ना कर
भरोसा ख़ुद पे जितना उसका आधा मुझपे कर
तुझसे मुख़्लिसीं तेरे मुंतज़िर

कुछ यार दिल से उतरे, कुछ यार तो बादशाह हैं
I know a bunch of people अब भी मुझसे ख़ार खाएँ
I know a lot of people जिनके दिल से दुआ आए
वो दुआ करे असर तभी खड़ा इधर

दिल से बड़े ख़्वाब, and it only kept gettin’ bigger
अब ठीक घर के सामने Billboard पे, boy
Thirty thousand feet ऊपर तेरी सोच से, boy
ये ख़ुदा की नवाज़िशें मेरी ज़ात पे हुईं

मैं मुकर ही नहीं सकता इस बात से
कितनी रातें काली की हैं इस कला की ख़ातिर
बड़े दिन लगे हैं उस रात से इस रात में
ख़ुदा मेहरबान, किसी ने ये बीज बोए

ख़ुदा गवाह, गिराए गए, ना रोक पाए
शरमसार खड़े, उन्हें मौत ना आए
मुझे सुनें, कैसे शायरी का शौक़ ना आए?
मौत देखी अपनी आँखों से, पर ख़ौफ़ ना आए
We all die