Haseeno Ko Aate Hain

Haseeno Ko Aate Hain

Udit Narayan

Длительность: 6:31
Год: 1997
Скачать MP3

Текст песни

हसीनों को आते हैं क्या क्या बहाने
हसीनों को आते हैं क्या क्या बहाने
खुदा भी ना जाने तो हम कैसे जाने
हसीनों को आते हैं क्या क्या बहाने
खुदा भी ना जाने तो हम कैसे जाने

दीवानों को आते हैं क्या क्या बहाने
दीवानों को आते हैं क्या क्या बहाने
खुदा भी ना जाने तो हम कैसे जाने

कभी रूठ जाना कभी मान जाना
कभी कुछ ना कहना कभी मुस्कुराना
आहा आहा आहा आहा
कभी दूर जाना कभी पास आना
कभी हम पे मरना कभी भाव खाना
आहा आहा
हमें ये लूटती है सोंखियों अदाओं से
हमें ये मारती है मद भरी निगाहों से
हंसाते हैं हमें ये चाहतों की बातों से
कोई कैसे बचे इनकी करारी घातों से
संग-दिल बेखबर आए तीरे नज़र
कभी चुके न इनके निशाने
हसीनों को आते हैं क्या क्या बहाने
हसीनों को आते हैं क्या क्या बहाने
खुदा भी ना जाने तो हम कैसे जाने

दीवाना बनाना, बना के मिटाना
हुनर ये हसीनों का बरसों पुराना
आहा आहा
दिलों को चुराना, चुरा के मिटाना
ये किस्सा दीवानों का सब ने है जाना
आहा आहा
वफ़ा के नाम पे लूटा है बेवफ़ाओं ने
किया बरबाद हमें मख़मली पनाहों ने
किया रुसवा जमाने में हमें इन मर्दों ने
दिया है दर्द हमको तो इन्हीं बेदर्दों ने
एक दिन है यहाँ, एक दिन है वहाँ
रोज़ इनके नए इक ठिकाने
हसीनों को आते हैं क्या क्या बहाने
हसीनों को आते हैं क्या क्या बहाने
खुदा भी ना जाने तो हम कैसे जाने
दीवानों को आते हैं क्या क्या बनाने
दीवानों को आते हैं क्या क्या बनाने
खुदा भी ना जाने तो हम कैसे जाने
खुदा भी ना जाने तो हम कैसे जाने
खुदा भी ना जाने तो हम कैसे जाने
खुदा भी ना जाने तो हम कैसे जाने