Pagadi Sambhaal
Veer Rajinder, Anand Raj Anand, & Dev Kohli
5:03सास है जब तलक़ ना रुकेंगे कदम चल पड़े है तो मंज़िल को पा जायेंगे जान प्यारी नहीं है वतन से हमे मरते मरते सभी को बता जाएँगे ए वतन ए वतन ए वतन ए वतन वो जवानी जो खून को जलाती नहीं वो वतन के लिए रंग लाती नहीं आ आ आ आ आ आ दाग लेके गुलामी का क्यों हम जिए क्यों हम जिए (आ आ) सोच कर रातों को नींद आती नहीं सास है जब तलक़ ना रुकेंगे कदम चल पड़े है तो मंज़िल को पा जायेंगे जान प्यारी नहीं है वतन से हमे मरते मरते सभी को बता जाएँगे ए वतन ए वतन ए वतन ए वतन आ आ आ आ आ आ हमने तय कर लिया हमने ले ली है कसम खून से अपने सिचेंगे अपना चमन हमने तय कर लिया हमने ले ली है कसम खून से अपने सिचेंगे अपना चमन जान लेके हतेली पे हम चल दिए हां हम चल दिए बाँध कर सर पे निकले है हम यह कफ़न सास है जब तलक़ ना रुकेंगे कदम चल पड़े है तो मंज़िल को जायेंगे जान प्यारी नहीं है वतन से हमे मरते मरते सभी को बता जाएँगे ए वतन ए वतन ए वतन ए वतन ए वतन ए वतन ए वतन ए वतन