Manali Trance
Yo Yo Honey Singh
3:24आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आन बाण शान या कि जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दो आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आन बाण शान या कि जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दो आरंभ है प्रचंड हे हे हे हे हे एह मन करे सो प्राण दे जो मन करे सो प्राण ले वोही तो एक सर्वशक्तिमान है मन करे सो प्राण दे जो मन करे सो प्राण ले वोही तो एक सर्वशक्तिमान है विश्व की पुकार है ये भागवत का सार है कि युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है कौरोवों की भीड़ हो या पांडवों का नीड़ हो जो लड़ सका है वो ही तो महान है जीत की हवस नहीं किसी पे कोई वश नहीं क्या ज़िन्दगी है ठोकरों पे मार दो मौत अंत है नहीं तो मौत से भी क्यूँ डरें ये जाके आसमान में दहाड़ दो आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आन बाण शान या कि जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दो आरंभ है प्रचंड हे हे हे हे हे एह वो दया भाव या कि शौर्य का चुनाव या कि हार का वो घाव तुम ये सोच लो वो दया भाव या कि शौर्य का चुनाव या कि हार का वो घाव तुम ये सोच लो या की पुरे भाल पे जला रहे विजय का लाल लाल यह गुलाल तुम ये सोच लो रंग केशरी हो या मृदंग केशरी हो या कि केशरी हो ताल तुम ये सोच लो जिस कवि की कल्पना में ज़िन्दगी हो प्रेम गीत उस कवि को आज तुम नकार दो भीगती मासों में आज, फूलती रगों में आज आग की लपट का तुम बघार दो आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आन बाण शान या कि जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दो आरंभ है प्रचंड आरंभ है प्रचंड आरंभ है प्रचंड हे हे हे हे हे एह