Barson Yaaron

Barson Yaaron

Vishal Dadlani, Roop Kumar Rathod, Shankar-Ehsaan-Loy, And Prasoon Joshi

Альбом: London Dreams
Длительность: 5:49
Год: 2009
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Текст песни

खुशियों की लहरे गये, दिल के ताबू तक आए
डूब जाने की रुत है आजा प्यार में घुल जाए
आज ना खुद को रोको प्यार में खुद को झोंको
शिकाओ के सारे परदे खींच लो
आसमान पे च्चाना है गुनगुनाना है
बन जा बदल दिल कहता है, भीग जा भीग जा यारा
बरसो बरसो यारो बरसो रे, बनके प्यार यारो बरसो रे
बरसो बरसो यारो बरसो रे, बनके प्यार यारो बरसो रे

चेहरों पे धूप मालो, सागरों पे झूम चलो
मौसम के च्चिंटे बिखरने दो, सारे नज़ारे सावरने दो
असमा पे हो ओ ओ आसमान पे च्चाना है गुनगुनाना है
बन जा बदल दिल कहता है, भीग जा भीग जा यारा
बरसो बरसो यारो बरसो रे, बनके प्यार यारो बरसो रे
बरसो बरसो यारो बरसो रे, बनके प्यार यारो बरसो रे

लाख टकेड़ा इश्क़ है यारों, इश्क़ फवरे करे इशारे
अखियों विच सड़क बना ले दुनिया तेरी मेहमान है
तू दिल का महल सज़ा ले दुनिया तेरी मेहमान है
लगले दुनिया तेरी मेहमान है
यह दिल बड़ा है नगिने जाड़ा है
तो जश्न मनाओ मेरे दिल में जाम उठाओ
इश्स महफ़िल में जख्म बाँट लूँ दर्द च्चंट लूँ
घूम को पीस लूँ, खुशी छत लूँ
नफ़रत की इश्स जिंदगी में ना कोई दाता
खुशियों की लहरें गये, दिल के ताबू तक आए
डूब जाने की रुत है आजा प्यार में घुल जाए
आज ना खुद को रोको प्यार में खुद को झोंको
शिकाओ के सारे परदे खींच लो
आसमान पे च्चाना है गुनगुनाना है
बन जा बदल दिल कहता है, भीग जा भीग जा यारा
बरसो बरसो यारो बरसो रे, बनके प्यार यारो बरसो रे
बरसो बरसो यारो बरसो रे, बनके प्यार यारो बरसो रे
इश्क़ के वेल खेत में चल, फसलों सा झूम मचल
आजा मंगाए हवओ को, आजा सज़ा ले फजाओ को आजा ना
आसमान पे च्चाना है गुनगुनाना है
बन जा बदल दिल कहता है, भीग जा भीग जा यारा
बरसो बरसो यारो बरसो रे, बनके प्यार यारो बरसो रे
बरसो बरसो यारो बरसो रे, बनके प्यार यारो बरसो रे
बरसो बरसो यारो बरसो रे, बनके प्यार यारो बरसो रे
हो दिल में लंगर खोल दे, जो आए मेहमान
दो दिन की है जिंदगी मेरे लंबी का
जाई हनुमान ज्ञान गुण सागर, जे तपिश टिहू लोक उजागर
जाई हनुमान ज्ञान गुण सागर, जे तपिश टिहू लोक उजागर
राम दूत अतुलित बल्धामा, अंजन पुत्रा पवन सूट नामा
माहेबीर बिक्रम बजरंगी
माहेबीर बिक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के सांगी
कंचन बरन बिराज सुबेसा, कानन कुंडल कुंचित केसा
जाई हनुमान ज्ञान गुण सागर, जे तपिश टिहू लोक उजागर
हनुमान की जे, पवंसुत हनुमान की जे
मानो हनुमान की जे, पवंसुत हनुमान की जे