Dhan Te Nan
Sukhwinder Singh
4:40तुम भी हो वही हम भी है वही बात फिर अब लगती है नयी क्या हुआ ग़लत और क्या सही दोनो साथ है सच तो है यही यादे वो लगती रह गयी पीछे कही ये प्यार अब हमे आयेज खीछे कही ये दूर तक बेचैन है सब रास्ते इस हाल मे तू मुस्कुरा मेरे वास्ते तुम भी हो वही हम भी है वही बात फिर अब लगती है नयी क्या हुआ ग़लत और क्या सही दोनो साथ है सच तो है यही अब दिन ढले चाहे जहा अब शाम हो परवाह क्या अब चाहे जो अंजाम हो वो आसमान हो या जमी हमने लिखा प्यार को हर कही शीशे का हर एक पल इसमे छुपा अपना कल टूटे ना ये संभलो इसे शीशे का हर एक पल इसमे छुपा अपना कल टूटे ना ये संभलो इसे तुम भी हो वही हम भी है वही बात फिर अब लगती है नयी क्या हुआ ग़लत और क्या सही दोनो साथ है सच तो है यही