Kya Tujhe Ab Ye Dil Bataye
Falak Shabbir
5:37कैसे कहूँ इश्क में तेरे कितना हूँ बेताब मैं आँखों से आँखें मिला के चुरा लूँ तेरे ख्वाब मैं कैसे कहूँ इश्क में तेरे कितना हूँ बेताब मैं आँखों से आँखें मिला के चुरा लूँ तेरे ख्वाब मैं मेरे साये हैं साथ में यारा जिस जगह तुम हो मैं जो जी रहा हूँ वजह तुम हो वजह तुम हो मैं जो जी रहा हूँ वजह तुम हो वजह तुम हो ओ हो हो ओ हो हो ओ हो हो है ये नशा, ये है जहर इस प्यार को हम क्या नाम दें इस प्यार को हम क्या नाम दें है ये नशा, ये है जहर इस प्यार को हम क्या नाम दें कब से अधूरी है इक दास्तां आजा उसे आज अन्जाम दें तुम्हें भूलूँ कैसे मैं मेरी पहली खता तुम हो मैं जो जी रहा हूँ वजह तुम हो(वजह तुम हो) वजह तुम हो(वजह तुम हो) मैं जो जी रहा हूँ वजह तुम हो वजह तुम हो ओ ओ ओ ओ क्या जाने तू मेरे इरादे ले जाऊँगा साँसें चुरा के ले जाऊँगा साँसें चुरा के क्या जाने तू मेरे इरादे ले जाऊँगा साँसें चुरा के दिल कह रहा है गुनेहगार बन जा बड़ा चैन है इन गुनाहों से आगे मैं गुमशुदा सी रात हूँ मेरी खुशनुमा सुबह तुम हो मैं जो जी रहा हूँ वजह तुम हो वजह तुम हो मैं जो जी रहा हूँ वजह तुम हो वजह तुम हो ओ ओ ओ ओ