Main Gul Hoon Kali Hoon Saban Hoon

Main Gul Hoon Kali Hoon Saban Hoon

Anuradha Paudwal | Mohd. Aziz

Длительность: 5:58
Год: 1990
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Текст песни

हु हु हु
मैं गुल हूँ काली हूँ सबा हूँ
नही यह खुश्बू और ही कुच्छ है
सनम यह खुश्बू और ही कुच्छ है
मैं बेखुद शराबी दीवाना
नही यह जादू और ही कुच्छ है
सनम यह जादू और ही कुच्छ है

यह पुच्च्ो काली से यह पुच्च्ो चमन से
किसे क्या मिला है तुम्हारे बदन से
गुलों को तो शोहरत मेरे रंग से
है हवाओं की महक भी मेरे अंग से है
और दिलबर तेरा हुस्न ओ जमाल
सब मेरी चाहत का कमाल
जी क्या कहना इनायत है नवाजिश है
मैं चाँदनी मैं शबनम मैं सितारा
नही सनम तू और ही कुच्छ है

मेरा ही नशा है तेरी बेखुदी में
मेरी आरजू है तेरी दीवानगी में
मेरी ज़िंदगी का शबाब एक तू है
मेरी ज़िंदगी क्या तेरी आरजू है
पर मेरा हर अंदाज़ो अदा
है तेरे दम से जानेवाफा
जान क्या कहना इनायत है नवाजिश है
मैं मजनू मैं फरहद मैं रांझा
नही सनम तू और ही कुच्छ है
नही सनम तू और ही कुच्छ है
मैं गुल हूँ काली हूँ सबा हूँ
नही यह खुश्बू और ही कुच्छ है
मैं बेखुद शराबी दीवाना
नही यह जादू और ही कुच्छ है