Hamne Tumko Dil Ye De Diya
Anand Raaj Anand
5:23कभी खामोश बैठोगी कभी कुछ गुनगुनाओगी कभी खामोश बैठोगी कभी कुछ गुनगुनाओगी कभी खामोश बैठोगी कभी कुछ गुनगुनाओगी मैं उतना याद आऊँगा मुझे जितना भुलाओगी मैं उतना याद आऊँगा मुझे जितना भुलाओगी कभी खामोश बैठोगे कभी कुछ गुनगुनाओगे कभी खामोश बैठोगे कभी कुछ गुनगुनाओगे कभी खामोश बैठोगे कभी कुछ गुनगुनाओगे कभी खामोश बैठोगे कभी कुछ गुनगुनाओगे मैं उतना याद आऊँगी मुझे जितना भुलाओगे मैं उतना याद आऊँगी मुझे जितना भुलाओगे पड़ोगे खत कभी मेरे कभी तस्वीर देखोगे कभी हाथों में जो लिखी है वो तक़दीर देखोगे लिखोगी कुछ हथेली पर पड़ोगी कुछ किताबो में नज़र आऊंगा मैं तुमको सवालो में जवाबो में कभी तुम मुस्कुराओगी कभी आंसू बहाओगी किसी से कुछ छुपाओगी किसी को कुछ बताओगी कभी खामोश बैठोगे कभी कुछ गुनगुनाओगे मैं उतना याद आऊँगी मुझे जितना भुलाओगे मैं उतना याद आऊँगी मुझे जितना भुलाओगे कभी खामोश बैठोगी कभी कुछ गुनगुनाओगी मैं उतना याद आऊँगा मुझे जितना भुलाओगी मैं उतना याद आऊँगा मुझे जितना भुलाओगी मेरे सीने पे सर रख कर गुजारी है कई राते भुला सकती हो तुम कैसे वो पल पल की मुलाकाते नयी रातों में तुम अक्सर पुराने दिन तलाशोगे कोई चेहरा भी मिल जाए मेरा चेहरा तरसोगे मेरी तस्वीर फेंकोगे न मेरे खत जलाओगे दिया अपने सिराहने का जलाओगे भुजाओगे कभी खामोश बैठोगी कभी कुछ गुनगुनाओगी मैं उतना याद आऊँगा मुझे जितना भुलाओगी मैं उतना याद आऊँगा मुझे जितना भुलाओगी कभी खामोश बैठोगे कभी कुछ गुनगुनाओगे मैं उतना याद आऊँगी मुझे जितना भुलाओगे मैं उतना याद आऊँगा मुझे जितना भुलाओगी.