Parda
Deepak Rathore Project
3:13हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म भूल के रस्ते सारे बैठे दिल के बिचारे जो तू हमें न पुकारे मुश्किल मिलते किनारे नदियां बारिश तुझसे होती थी सूखे बादल तू ही भिगोती थी वो तितली जिसने बाहें चूमि थी वो मिट्टी की गुल्लक जो टूटी थी कहती फिर से तू घर आजा तू घर आजा मेरे यार मेरे यार टुटा है पुल्ल वहां तू मेरे पास आजा मेरे यार धुंधला सा लगे जहां तू आके धुप बन जा मेरे यार हम्म हम्म हम्म सर्दी भी थी शर्मायी तू नीले सूट में आयी फिर नज़रे जो मिलायी हाय इस दिल की थी तबाही देखा नहीं तुझे अर्सो से बात नहीं अब बर्षो से खोए हुए तेरे चर्चे से है कहाँ पहाड़ो में मेरा बसेरा है गले में ये मफलर तेरा है आके तू इसको आधा ओढ जा नदियां बारिश तुझसे होती थी सूखे बादल तू ही भिगोती थी तितली जिसने बाहें चूमि थी वो मिट्टी की गुल्लक जो टूटी थी कहती फिर से तू घर आजा तू घर आजा मेरे यार मेरे यार टुटा है पुल्ल वहां तू मेरे पास आजा मेरे यार धुंधला सा लगे जहां तू आके धुप बन जा मेरे यार हम्म हम्म हम्म जिस राह तू आये वो तू भूलती जाए जो तू आये फिर न जाए जिस राह तू आये वो तू भूलती जाए वहाँ पत्ते गिर जाए बारिश हो जाए जिस राह तू आये वो तू भूलती जाए वहाँ पत्ते गिर जाए बारिश हो जाए