Aaj Jane Ki Zid Na Karo
Farida Khanum
7:34वो इश्क जो हम से रूठ गया अब उसका हाल बतायें क्या वो इश्क जो हम से रूठ गया अब उसका हाल बतायें क्या कोई महर नहीं कोई केहेर नहीं फिर सच्चा शेर सुनायें क्या वो इश्क जो हम से रूठ गया इक हिज्र जो हमको लाहक है ता देर उसे दोहरायें क्या इक हिज्र जो हमको लाहक है ता देर उसे दोहरायें क्या वो ज़हर जो दिल में उतार दिया फिर उसके नाज़ उठायें क्या वो ज़हर जो दिल में उतार दिया फिर उसके नाज़ उठायें क्या कोई महर नहीं कोई केहेर नहीं फिर सच्चा शेर सुनायें क्या वो इश्क जो हम से रूठ गया इक आग गमे तन्हाई की जो सारे बदन में फ़ैल गई इक आग गमे तन्हाई की जो सारे बदन में फ़ैल गई जब जिस्म ही सारा जलता हो फिर दामन ऐ दिल को बचायें क्या जब जिस्म ही सारा जलता हो फिर दामन ऐ दिल को बचायें क्या कोई महर नहीं कोई केहेर नहीं फिर सच्चा शेर सुनायें क्या वो इश्क जो हम से रूठ गया हम नगमा सरा कुछ ग़ज़लों के हम सूरत हैं कुछ ख्वाबों के हम नगमा सरा कुछ ग़ज़लों के हम सूरत हैं कुछ ख्वाबों के बे ज़ुज्बा ऐ शोक सुनायें क्या कोई ख्वाब ना हो तो बतायें क्या बे ज़ुज्बा ऐ शोक सुनायें क्या कोई ख्वाब ना हो तो बतायें क्या कोई महर नहीं कोई केहेर नहीं फिर सच्चा शेर सुनायें क्या वो इश्क जो हम से रूठ गया अब उसका हाल बतायें क्या वो इश्क जो हम से रूठ गया अब उसका हाल बतायें क्या वो इश्क जो हम से रूठ गया अब उसका हाल बतायें क्या