Rukh Se Parda
Jagjit Singh
5:50जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा मेरे मन के अंध तमस में ज्योतिर्मय उतरो जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा मेरे मान के अंध तमस में ज्योतिर्मय उतरो जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा कहा यहा देवो का नंदन कहा यहा देवो का नंदन मलयचल का अभिनव चंदन मलयचल का अभिनव चंदन कहा यहा देवो का नंदन मलयचल का अभिनव चंदन मेरे रूर के उजड़े मन में करुणामयी विचरो मेरे मन के अंध तमस में ज्योतिर्मय उतरो मेरे मन के अंध तमस में ज्योतिर्मय उतरो जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा जय जय मा नही कही कुछ मुझ में सुंदर नही कही कुछ मुझ में सुंदर काजल सा काला यह अंतर काजल सा काला यह अंतर नही कही कुछ मुझ में सुंदर काजल सा काला यह अंतर प्राणो के गहरे गहवार में ममतामयी विघरो मेरे मन के अंध तमस में ज्योतिर्मय उतरो मेरे मन के अंध तमस में ज्योतिर्मय उतरो