Chand Se Parda Kijiye
Kumar Sanu
6:14भीगी हुयी है रात मगर जल रहे है हम होने लगी बरसात मगर जल रहे है हम भीगी हुयी है रात मगर जल रहे है हम होने लगी बरसात मगर जल रहे है हम सीने में कैसा दर्द है होठों पे केसी प्यास है सीने में कैसा दर्द है होठों पे केसी प्यास है कैसे बताये हम तुम्हे अन्जाना एहसास है तुम हो हमारे साथ मगर जल रहे है हम होने लगी बरसात मगर जल रहे है हम भीगी हुयी है रात मगर जल रहे है हम बैठे तो है जानेअदा चाहत के साये तले बैठे तो है जानेअदा चाहत के साये तले फिर फिर कैसी बेचैनियाँ ये वक्त क्यों ना ढले है शबनमी मुलाकात मगर जल रहे है हम होने लगी बरसात मगर जल रहे है हम भीगी हुयी है रात मगर जल रहे है हम होने लगी बरसात मगर जल रहे है हम